हसदेव जंगल को बचाने आदिवासी समाज का आंदोलन 5 जनवरी को

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)।आदिवासी विकास परिषद जिला स्तरीय आदिवासी विकास परिषद के तत्वाधान में बैठक हुई। जिसमें प्रमुख रूप से फिंगेश्वर सहित गरियाबंद, मैनपुर, देवभोग, छुरा के सामाजिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में हसदेव कोल ब्लॉक में खनन व आदिवासियों के विस्थापन, जीव-जंतुओं, पर्यावरण का विनाश, कोल खनन से छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक असंतुलन और अन्य समस्याओं को लेकर चर्चा की गई है। आंदोलन को और तीव्र करने का संदेश दिया गया। पांचवी अनुसूचित क्षेत्र में पेसा कानून व ग्रामसभा के विपरीत प्रस्ताव पर कानूनी लड़ाई करने पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही हसदेव जंगल को बचाने के लिए 5 जनवरी को वृहद आयोजन करने का निर्णय लिया। जिसमें प्रदेश पदाधिकारी, सभी सामाजिक संगठनों, पर्यावरण प्रेमियों, बुद्धजीवियों को सम्मिलित किया जाएगा। बैठक में प्रमुख रूप से उमेदि कोर्राम, महेन्द्र नेताम, नरेन्द्र कुमार धु्रव, गजेन्द्र धु्रव, दालचंद्र धु्रव, विष्णु नेताम, प्रताप सिंह मरकाम, रमेश कुमार, रामस्वरूप मरकाम, भूमिका नेताम, थांजुलता नेताम, रामेश्वर धु्रव, रमेश सोम, खिलेश्वर मरई, तोरण मंडावी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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