
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। जिला प्रशासन कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार तम्बाकू उत्पादों के दुष्प्रभाव के प्रति जनजागरूकता लाने कोटपा एक्ट 2003 का पालन सुनिश्चित किये जाने व तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द मे किया गया इस वर्ष का थीम बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना है। 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में मनाना है और हमारे ग्राम पंचायतों को तम्बाकू मुक्त ग्राम पंचायत बनाए रखने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य विभागों के समन्वय से कार्यवाही किया गया शिक्षक खोमन सिन्हा ने बताया कि तम्बाकू उत्पाद के उपयोग के वृद्धि को देखते हुए जिला प्रवर्तन दल द्वारा जिले के विक्रय केन्द्रों में चालानी कार्यवाही किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन से मुंह का कैंसर होता है, दांते खराब होते है, ऑखे कमजोर होते है, हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है तथा उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। तम्बाकू एवं धुम्रपान वि के सेवन से इंसान का फेफड़ा खराब हो जाता है तथा नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए शाला के सभी छात्र-छात्राओं को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर शपथ करवाया गया कि हम अपने जीवन में किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पाद का सेवन कभी नहीं करेंगे कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शाला के प्रधान पाठक जगन्नाथ धु्रव, घनश्याम कंवर, लीलाराम मतवाले, दुर्गेश विश्वकर्मा, प्रियांशु कंडरा, मंदाकिनी साहू, निरूपा निषाद, वैशाली, मोहन, अदिति, खुशबू, तेजस्वी छात्र छात्राएं शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे।