
नई शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को अधिक व्यावहारिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करें : सचिव श्री प्रसन्ना
अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर सुधार लाने के लिए एकजुट होकर काम करें
बेमेतरा (गंगा प्रकाश)। उच्च शिक्षा सचिव श्री प्रसन्ना आर की अध्यक्षता में आज यहां शासकीय पंडित जवाहर लाल नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय (पीज़ी कॉलेज) बेमेतरा में एक महत्वपूर्ण संभाग स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में संभाग के उच्च शिक्षा संस्थानों की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और भावी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा, कॉलेज के प्राचार्य डॉ.पी.पी. चंद्रवंशी, एडिशनल डायरेक्टर दुर्ग डॉ राजेश पाण्डे सहित संभाग के सभी कॉलेजों के प्रचार, और एक-एक प्रोफ़ेसर उपस्थित थे।
’बैठक में सचिव उच्च शिक्षा श्री प्रसन्ना ने शिक्षा गुणवत्ता सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों और शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है।
बैठक में नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जिसमें सचिव ने इस नीति के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को अधिक व्यावहारिक और रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जा सकती है। इसके अलावा, डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्मों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श किया गया।
’सचिव श्री प्रसन्ना ने सभी संस्थानों को गुणवत्ता मूल्यांकन और मान्यता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं और आवश्यकताओं पर सचिव को अवगत कराया, जिन पर सचिव ने सकारात्मक समाधान का आश्वासन दिया।उन्होंने प्राचार्यों और प्रोफ़ेसर की समस्याओं और जिज्ञासाओं का समाधान करने का पूरा भरोसा दिया। ’
अंत में, सचिव ने सभी उपस्थित लोगों से अपील की कि वे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर सुधार लाने के लिए एकजुट होकर काम करें और राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में योगदान दें। इस बैठक ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और नई दिशा निर्धारित करने का मार्ग प्रशस्त किया।