
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। राजिम विधायक रोहित साहू ने एक भेंट में बताया कि अंचल में असाक्षरों को साक्षर करने के लिए नव भारत साक्षरता कार्यक्रम उल्लास का संचालन किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में 15 वर्ष से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर परियोजना अनुमोदन बोर्ड द्वारा राज्य में उल्लास कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए वार्षिक योजना का अनुमोदन कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा लोक शिक्षण संचालनालय व समग्र शिक्षा के समन्वय से इस योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। कार्यक्रम में अकादमिक सहयोग राज्य साक्षरता केन्द्र द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर और जिला पंचायत के सीईओ को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिश एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य के अनुसार 2030 तक सभी युवा, प्रौढ़, पुरूष एवं महिलाओं को शत प्रतिशत बुनियादी साक्षरता का लक्ष्य हासिल करना है। इस कार्यक्रम का उददेश्य् साक्षरता केवल पढ़ना लिखना और अंक ज्ञान में आत्मनिर्भर होना ही नहीं है।