
वन परिक्षेत्र खुज्जी के तत्वाधान में हुआ शाला परिसर में वृहद वृछारोपन का कार्यक्रम
डोंगरगांव (गंगा प्रकाश)। प्रधानमंत्री के आवाहन अनुसार विद्यालयों में पौधारोपण का थीम ‘ एक पेड़ माँ के नाम’ पर अंचल के शाला परिसरों में पौधा रोपण किया गया इसी कड़ी में गत दिनांक 03 जुलाई को राजनादगांव जिले के छुरिया विकास खण्ड के ग्राम पंचायत करमरी के उच्चतर माध्यमिक शाला परिसर में वन परिक्षेत्र खुज्जी के द्वारा वन महोत्सव मनाकर वृछारोपण किया गया जिसमें नीम, बादाम काजू, कदम गुलमोहर सहित फल एवं छाया दार पौधों का रोपण किया गया,उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू सहित,जनपद सदस्य किसुन साहू,भूपेंद्र नायक सरपंच गीता बाई, पूर्व पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष दीन दयाल साहू,शाला विकास समिति अध्यक्ष लक्ष्मण साहू,प्रेम लाल देवांगन,सेवानिवृत्त वन क्षेत्रपाल डी पी सिप्पी,शाला प्राचार्य एवम स्टाफ उपस्थित रहे।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मति साहू ने उपस्थित जनो एवम शाला के विद्यार्थियों को बताया कि वन हमारी अमूल्य प्राकृतिक संपदा का कोष है ,वृक्ष नैसर्गिक सुषमा का आधार है पर्यावरण को संतुलित रखने की कुंजी है वृक्षों से हमे शुद्व जलवायु मिलती है ,वन्य प्रकृति और पेंड के बिना जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती इसलिए एक पेंड माँ के नाम लगाएं एवं इसकी सुरक्षा व संवर्धन का संकल्प लें, वनमहोत्सव के कार्यक्रम में अपने सारगर्भित उदबोधन में खुज्जी वन परिक्षेत्र अधिकारी चन्द्र शेखर भंडारी ने कहा कि वनों के चारों ओर की हरियाली मानव मन को विभोर कर देती है पंछियों का कलरव और वन्य जन्तुओ की क्रीड़ाएं मन को मोह लेती है ,वृक्ष एवम वन जलवायु को संतुलित कर ठीक समय मे वर्षा कराने में सहायक होते हैं ,भूमि को संतुलित जलवायु प्रदान कर उर्वरा शक्ति बढ़ाते हैं ,उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आइये हम सभी वनमहोत्सव के माध्यम से वन एवम वृक्षों के सरंक्षण एवम संवर्धन का संकल्प लें। कार्यक्रम को सफल बनाने में वनपरिछेत्र अधिकारी सी एस भंडारी, सहायक वन परिछेत्र अधिकारी कारू टोला, घनश्याम चंद्राकर, खुज्जी सहायक वनपरिछेत्र अधिकारी मुक्तेश्वर वर्मा, कुमर्दा सहायक वनपरिछेत्र अधिकारी रवि सोनी,रोपणी प्रभारी अन्नपूर्णा साहू, वन रक्षक कमलेश जांगड़े,उदित श्रीवास्तव, देवेंद्र सलामे, दिलीप देवांगन,ममता भैंसवारे, अमर लाल सुधाकर,अविनाश साहू, सहित संयुक्त वन प्रबन्धन समिति का सराहनीय योगदान रहा।