

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
कजान (रूस) – रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर रूस की अध्यक्षता में कजान में आयोजित 16 वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल दो दिवसीय प्रवास पर होने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज हेरिटेज शहर कजान पहुंचे। यहां हवाई अड्डे पर तातारस्तान गणराज्य के प्रमुख रुस्तम मिन्निखानोव ने गर्मजोशी से स्वागत किया , वहीं बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने कृष्ण भजन गाकर प्रधानमंत्री का अभिनंदन भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के कज़ान में होटल कॉर्स्टन पहुंचने पर भारतीय प्रवासी समुदाय द्वारा उनका स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने अभिवादन स्वीकार करते हुये उनसे बातचीत की। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कज़ान के होटल कॉर्स्टन पहुंचने पर रूसी समुदाय के कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुति से उनका स्वागत किया गया। पीएम मोदी के रूस के लिये रवाना होने से पहले रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा था कि पीएम मोदी कजान में ब्रिक्स सदस्य देशों के समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे , उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में आर्थिक सहयोग , जलवायु परिवर्तन और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर जोर होगा। बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा ब्रिक्स देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कजान प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और शिखर सम्मेलन के दौरान विभिन्न वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत की कूटनीतिक स्थिति को और अधिक मजबूत बनाना और ब्रिक्स मंच पर भारत के रणनीतिक महत्व को उजागर करना है। कजान में आयोजित शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठकों में भागीदारी के जरिये प्रधानमंत्री का उद्देश्य ना केवल भारत के संबंधों को मजबूत करना है , बल्कि भारत की आवाज को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर और मजबूती से प्रस्तुत करना भी है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन भाग लेने वाले देशों के लिये एक अहम मंच है , जहां वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होती है। इस शिखर सम्मेलन में भारत , रूस , चीन , ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे प्रमुख देशों की भागीदारी होती है और यह समूह वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक चौथाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति इस बात को रेखांकित करती है कि भारत ब्रिक्स के भीतर संबंधों को मजबूती देने के लिये कितना प्रतिबद्ध है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी अन्य ब्रिक्स देशों के नेताओं और आमंत्रित मेहमानों से द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी का वर्ष 2024 में रूस में यह दूसरी यात्रा है , इसके पहले उन्होंने जुलाई में 22वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में भी मास्को की यात्रा की थी। रूस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से द्विपक्षीय बैठक की थी और उन्हें मास्को के क्रेमलिन में रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान , ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से भी सम्मानित किया गया था।
युद्ध विभिषिका के बीच ब्रिक्स में द्विपक्षीय वार्ता शांति हेतु एक आशा किरण – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर कजान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक से पहले राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी का गले लगाकर स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा कि कजान में स्वागत के लिये आभारी हूं। भारतीय समुदाय ने अपनी उपलब्धियों से पूरी दुनियां में अपनी अलग पहचान बनाई है , वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता भी उतनी ही खुशी देने वाली है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले तीन महीनों में रूस की मेरी दो यात्रायें हमारे घनिष्ठ समन्वय और गहरी मित्रता को दर्शाती है। जुलाई में मॉस्को में हमारे वार्षिक शिखर सम्मेलन ने हर क्षेत्र में हमारे सहयोग को मजबूत किया है। पंद्रह वर्षों में ब्रिक्स ने अपनी विशेष पहचान बनाई है और अब दुनियां के कई देश इससे जुड़ना चाहते हैं। मैं कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये उत्सुक हूं , रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के विषय पर मैं लगातार आपके संपर्क में रहा हूं। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है हमारा मानना है कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिये , हम शांति और स्थिरता की शीघ्र स्थापना का पूरा समर्थन करते हैं। हमारे सभी प्रयासों में मानवता को प्राथमिकता दी जाती है , भारत आने वाले समय में हर संभव सहयोग देने के लिये तैयार है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा – मैं आपकी मित्रता , गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिये हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिये कजान जैसे खूबसूरत शहर में आने का अवसर मिलना मेरे लिये बहुत खुशी की बात है। इस शहर के साथ भारत के गहरे और ऐतिहासिक संबंध हैं , कजान में भारत के नये दूतावास के खुलने से ये संबंध और मजबूत होंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अंतर-सरकारी आयोग की अगली बैठक 12 दिसंबर को नई दिल्ली में होनी है , हमारी परियोजनायें लगातार विकसित हो रही हैं। आपने कजान में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का फैसला किया है , हम इसका स्वागत करते हैं। हमारे सहयोग को भारत की नीतियों से लाभ मिलेगा , हम आपको और आपके प्रतिनिधिमंडल को रूस में देखकर बहुत खुश हैं।