उर्वशी कर रहीं महतारी वंदन योजना की राशि का आवास निर्माण में उपयोग

 

शासन की दो योजनाओं का एक साथ लाभ मिल रहा सिन्हा दंपति को

केंद्र और प्रदेश सरकार के सुशासन के लिए माना आभार

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। जिले के हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं का दूरगामी और आशातीत लाभ मिल रहा है। ऐसा ही एक उदाहरण जिले के आदिवासी बाहुल्य छुरा ब्लॉक के ग्राम कुरेकेरा के सिन्हा दंपति को मिल रहा है। ग्राम पंचायत खड़मा के आश्रित ग्राम कुरेकेरा निवासी गोपालकृष्ण सिन्हा के नाम पर वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् आवास निर्माण की स्वीकृति मिली है। अभी उन्हें पहली किश्त की राशि के तौर पर 40 हजार रुपए मिल चुके हैं जिसकी सहायता से वे छज्जा लेवल तक का निर्माण कार्य पूर्ण करा चुके हैं। वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी श्रीमती उर्वशी सिन्हा को महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रतिमाह एक हजार रुपए के मान से अब तक 10 किश्त की राशि मिल चुकी है। इस तरह सिन्हा दंपति को एक नहीं, शासन की दो-दो योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इतना ही नहीं, श्रीमती उर्वशी बिहान योजना के तहत जय मां गायत्री महिला स्वसहायता समूह से जुड़कर वर्तमान में 30 हजार रुपए का ऋण लिया है तथा निर्माणाधीन घर को पूरा करने के लिए एक लाख 70 हजार रुपए का ऋण लेने वाली हैं।

      इस तरह शासन की योजनाओं का लाभ जिले के हितग्राहियों को मिलने लगा है। हितग्राही गोपालकृष्ण ने बताया कि खुद का पक्का और बड़ा आवास उनका तथा परिवार का सपना था, जो आज साकार होने जा रहा है। लेकिन बिना सरकार की मदद के यह सपना, सपना ही रह जाता। उन्होंने कहा कि इसे हकीकत में बदलने का काम प्रधानमंत्री आवास योजना ने किया। वहीं बड़े मकान की मंशा को मूर्त रूप देने में महतारी वंदन योजना एक बड़ा सहारा बनकर सामने आई, क्योंकि इससे मिल रही राशि की बचत कर उसका उपयोग आवास निर्माण के लिए कर रही हैं। श्रीमती उर्वशी ने बताया – “महतारी वंदन योजना ले मिले पईसा हमर बहुत काम आवत हे। हर महीना खाता म आए पईसा ल जोड़-जोड़ के घर उठाए म लगावत हन।” हितग्राही गोपालकृष्ण और उर्वशी सिन्हा ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की विष्णुदेव साय सरकार का बारम्बार कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सुशासन ही है, विभिन्न योजनाओं से उनकी तकदीर और तस्वीर दोनों ही बदल गई है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *