
नक्सलियों को बड़ा झटका: मारा गया एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती; नक्सलियों के इस राज्य का था हेड
गरियाबंद/मैनपुर (गंगा प्रकाश)। गरियाबंद जिले में सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी मिली है। इस मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती मारा गया है। गरियाबंद पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। सीएम विष्णुदेव ने गरियाबंद मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता पर हर्ष जताया है।

खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती आंध्र प्रदेश के चिंतूर जिले के मेटपल्ली का निवासी था। वह नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी (CC) का सदस्य था। वह नक्सियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। उसकी गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा चलपती पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता है। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसलगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। बताया जाता है कि वह हमेशा AK47 से लैस रहता था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था, जो छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मारा गया। सीसी मेंबर का मारा जाना नक्सली ऑपरेशन के इतिहास में पहली बड़ी घटना है।
नक्सली मनोज और गुड्डू के भी मारे जाने की खबर
इस बात की चर्चा है कि मारे गए नक्सलियों में केंद्रीय कमेटी के सदस्य मनोज और स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य गुड्डू भी शामिल हैं। मनोज ओडिशा राज्य का प्रमुख है। सुरक्षा बलों का दावा है कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों के कई इनामी लीडर्स मारे गए हैं।
दो करोड़ के इनामी हिड़मा पर भी पुलिस की नजर
इससे पहले खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा बीजापुर में हुई नक्सली एनकाउंटर में जंगल और पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग निकला था। चारों तरफ से सुरक्षा बलों से घिरे होने पर और अपने ऊपर फोर्स को भारी पड़ते देख वह जान बचाकर भाग निकला था। हिड़मा पर भी दो करोड़ का इनाम घोषित है। कई राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश है।
ओडिशा-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर ज्वाइंट ऑपरेशन
नक्सल प्रभावित जिला गरियाबंद के ओडिशा-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर एक हजार से ज्यादा जवान तैनात इस मुठभेड़ में शामिल हैं। छत्तीसगढ़ और ओडिशा फोर्स की ओर से जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया था। इसमें कुल 10 टीम में शामिल थीं। तीन टीम ओडिशा से, दो छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की पांच टीम इस मुठभेड़ में शामिल रहीं। नक्सल विरोधी सर्च अभियान में गरियाबंद ऑपरेशन ग्रुप E30, कोबरा 207, सीआरपीएफ 65 एवं 211 बटालियन, sog नुआपाड़ा की संयुक्त पार्टी कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में रवाना हुई थी। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा तीन आईडी भी बरामद की गई है।
मुठभेड़ में कई अत्याधुनिक हथियार बरामद
रायपुर संभाग आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि इस मुठभेड़ में AK 47, SLR, INSAS और अन्य ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए हैं। फिलहाल, सर्च ऑपरेशन जारी है। इस मुठभेड़ में मिले अत्याधुनिक हथियारों से साबित है कि इसमें कई खूंखार इनामी नक्सली शामिल थे।
जवानों ने बीजापुर की शहादत का लिया बदला
वहीं गरियाबंद में सुरक्षाबल-नक्सली मुठभेड़ में अब तक 15 नक्सली ढेर हो चुके हैं। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी मिली है। अभी भी मुठभेड़ जारी है। मारे गए नक्सलियों के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। रविवार सुबह से मंगलवार की सुबह तक रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है। मारे गए नक्सलियों की संख्या और भी बढ़ सकती है। इससे पूर्व बीजापुर में सुरक्षा बलों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया था। माना जा रहा है कि जवानों ने बीजापुर में वीगति को प्राप्त 8 जवान सहित एक ड्राइवर की शहादत का बदला ले लिया है।