बुढादेव मंदिर में जलाभिषेक कार्यक्रम में शामिल हुए नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक

बुढादेव मंदिर में जलाभिषेक कार्यक्रम में शामिल हुए नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक ने अपने निर्वाचन का प्रमाण पत्र मिलने के बाद पहले ही दिन अपने चुनाव क्षेत्र के ग्राम जमाही घटारानी जाने के मुख्य सड़क के मोड पर स्थित बुढ़ादेव के नए मंदिर परिसर में धु्रव गोड़ समाज सर्कल जमाही द्वारा आयोजित शिवरात्रि के पावन पर्व पर मंदिर में जलाभिषेक कार्यक्रम में समाज के आमंत्रण पर पहुंचे। सर्वप्रथम वहां पहुंचने पर समाज की श्रीमती शीला ठाकुर, पुरानीक धु्रव, मलेशु राम धु्रव, तीज राम धु्रव, हीराधार धु्रव, खिलावन धु्रव,शंकर नेताम सहित आसपास गांव से आए ग्रामीणों ने उनका गेट पर ही जोरदार स्वागत किया। मंच पर पहुंचकर सर्वप्रथम इंद्रजीत महाड़िक ने समाज प्रमुखों के साथ बुढादेव की पूजा अर्चना की। मंच पर सरपंच प्रतिनिधि गजेश्वर सिन्हा, भानु प्रताप ध्रुव, वीरेंद्र धु्रव,बसंत सोनसीर, राजेंद्र धु्रव आदि ने इंद्रजीत महाड़िक सहित अतिथियों का फूल माला से स्वागत किया। स्वागत भाषण में शीला ठाकुर ने अतिथि इंद्रजीत महाड़िक को उनकी शानदार जीत पर बधाई देते हुए उनकी सरलता और सहजता के बारे में कहा उनके समाज के एक ही आवेदन पर महाडिक जी ने तत्काल स्वीकृति दी। इससे समाज की तरफ से आभार व्यक्त करती हूं तथा नवनिर्मित मंदिर में मुख्य प्रवेश द्वार बनाने की आवश्यकता से अवगत कराया। सरपंच प्रतिनिधि गजेश्वर सिन्हा ने अपने संक्षिप्त संबोधन में इंद्रजीत को पूरे क्षेत्र की जनता की तरफ से जीत की बधाई देते हुए कहा की आज तो हमें इस क्षेत्र के नए युवा एवं सरल स्वभावी जिला पंचायत सदस्य से ही सुनना है। अपने पहले राजनीतिक संबोधन की शुरुआत इंद्रजीत ने बुढ़ादेव के जयकारे से करते हुए कहा कि राजनीति में मैं समाज सेवा के उद्देश्य को ही लेकर आया हूं। सर्वप्रथम तो धु्रव गोड़ समाज सर्कल जमाही को मैं हृदय से आभार एवं साधुवाद देना चाहूंगा जिन्होंने मुझे अपने पहले निर्वाचन के प्रथम दिन और पहले कार्यक्रम में आज के पुनीत पावन महाशिवरात्रि के पुण्य अवसर पर बुढादेव मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्रदान किया। समाज के प्रयास से बुढादेव मंदिर के निर्माण की बधाई देते हुए आपके काम की प्रशंसा करता हूं। आप सब मुझे अपने समाज का हिस्सा माने,यहाँ उपस्थित मुझे अपना बेटा,भाई मान लें।अति वरिष्ठ मुझे नाती मान लें।मुझे समाज का सेवक मानकर आदेश करे,हर आज्ञा का पालन करने हर प्रयास करूंगा। क्षेत्र के प्रत्येक विकास कार्य को हम सभी को मिलजुल कर करना है। अपने पहले ही संबोधन में मजे हुए राजनीतिक उद्बोधन से इंद्रजीत ने सबको न सिर्फ चौंका दिया बल्कि उनके संक्षिप्त उद्बोधन में उपस्थित जनों ने बार-बार तालियां बजाई। समाज द्वारा मुख्य प्रवेश द्वार को काफी भव्य एवं सुंदर बनाने के प्रयास पर इंद्रजीत ने कहा कि जैसे ही जिला पंचायत की बैठक होगी मैं भरकश प्रयत्न कर इसकी स्वीकृति कराऊंगा। कार्यक्रम में काफी संख्या में सामाजिक जनों सहित ग्रामीण जन उपस्थित थे सभा के बाद सभी उपस्थित जन इंद्रजीत के सहज व्यवहार एवं उनके प्रथम उद्बोधन की चर्चा करते रहे।

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