Cgnews:गरियाबंद जिले के सीनापाली में आयोजित समाधान शिविर बना सुशासन की मिसाल, 2,406 आवेदनों का हुआ त्वरित समाधान

इंट्रो: छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आम जनता की समस्याओं के समयबद्ध समाधान और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु प्रारंभ किए गए सुशासन तिहार के अंतर्गत गरियाबंद जिले के देवभोग विकासखंड के ग्राम सीनापाली में आयोजित पहला समाधान शिविर सफलता की नई मिसाल बना। इस शिविर में सीनापाली क्लस्टर की 10 ग्राम पंचायतों से प्राप्त 2,406 आवेदनों का मौके पर ही समाधान कर शासन की संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय दिया गया।

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। 05 मई 2025 को सीनापाली में आयोजित जिले के पहले समाधान शिविर में शासन-प्रशासन की उपस्थिति के साथ ग्रामीणों का उत्साह भी देखने को मिला। शिविर में राजस्व, समाज कल्याण, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य और पंचायत विभाग सहित विभिन्न विभागों ने अपने-अपने स्टॉल लगाए। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और उन्होंने मौके पर ही अपनी समस्याएं व मांगें प्रस्तुत कीं, जिनका मौके पर ही निराकरण किया गया।
राजस्व विभाग द्वारा चार हितग्राहियों को ऋण पुस्तिकाएं दी गईं, जबकि समाज कल्याण विभाग की ओर से एक दिव्यांग हितग्राही को ट्रायसायकल एवं श्रवण यंत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा शिविर में शासकीय योजनाओं की जानकारी देकर ग्रामीणों को आवेदन के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष गौरीशंकर कश्यप, कलेक्टर बीएस उइके, जनपद अध्यक्ष श्रीमती पद्मालया निधि, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नेहा सिंघल, पूर्व विधायक गोवर्धन मांझी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
कलेक्टर बीएस उइके ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में प्रारंभ यह सुशासन तिहार शासन की योजनाओं को पारदर्शी ढंग से अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने का माध्यम बन रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर, दूसरे चरण में विभागीय अधिकारियों के माध्यम से समाधान सुनिश्चित किया गया।
प्रमुख बिंदु:
- सुशासन तिहार के तीसरे चरण में गरियाबंद जिले का पहला समाधान शिविर सीनापाली में संपन्न।
- 10 ग्राम पंचायतों से आए कुल 2,406 आवेदनों का समयबद्ध निराकरण।
- हितग्राहियों को ऋण पुस्तिका, ट्रायसायकल व श्रवण यंत्र प्रदान।
- विभागीय स्टॉलों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी व आवेदन की सुविधा।
- जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी।
निष्कर्ष:
सीनापाली में आयोजित समाधान शिविर न केवल आम जनता को योजनाओं का लाभ देने में सफल रहा, बल्कि शासन और जनता के बीच संवाद और विश्वास को भी मजबूत करने का माध्यम बना। सुशासन तिहार जैसे प्रयास छत्तीसगढ़ में सुशासन की दिशा में सशक्त कदम हैं, जिनसे पारदर्शिता, जवाबदेही और जनहित सुनिश्चित हो रहा है।