Cgnews: ऑपरेशन मुस्कान की गूंज: जशपुर पुलिस ने एक हफ्ते में 5 गुमशुदा बच्चियों को ढूंढ निकाला, परिजनों की आंखों में आंसू, चेहरों पर मुस्कान

जशपुर (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ का शांत और आदिवासी बहुल जिला जशपुर इन दिनों एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह है — उम्मीद, राहत और हौसले की जीत।
“ऑपरेशन मुस्कान” के तहत जशपुर पुलिस ने महज एक सप्ताह के भीतर 5 गुमशुदा बच्चियों को सकुशल तलाश कर उनके परिजनों के हवाले कर दिया। यह कारनामा सिर्फ कानून व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण नहीं, बल्कि पुलिस की संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की मिसाल बनकर सामने आया है।
हर मुस्कान के पीछे एक संघर्ष… और एक जीत!
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन मुस्कान’ कोई सामान्य खोज अभियान नहीं, बल्कि वह मिशन है जो हर उस माँ-बाप की उम्मीद बन चुका है, जिनकी बेटियाँ अचानक गायब हो जाती हैं। इस सप्ताह में बरामद हुई हर बच्ची की अपनी कहानी है — दर्द, डर और अंततः राहत की कहानी।
1. बगीचा की युवती और सोशल मीडिया की भूलभुलैया
सबसे सनसनीखेज मामला सामने आया बगीचा थाना क्षेत्र से, जहाँ 25 वर्षीय युवती एक सतना निवासी युवक के संपर्क में फेसबुक व इंस्टाग्राम के ज़रिए आई। धीरे-धीरे सोशल मीडिया की दोस्ती प्यार में बदली और फिर युवती घर छोड़ सतना के लिए रवाना हो गई।
जशपुर पुलिस की टेक्निकल टीम ने दोनों के ऑनलाइन चैट्स को ट्रेस किया, फिर कोरिया पुलिस और आरपीएफ की मदद से युवती को बिजुरी स्टेशन पर ट्रेन से उतरवा लिया गया। उसकी सकुशल वापसी के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।
2. नाराज बेटी की खोज ने खोला परिवार का संवाद
आस्ता थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची अपने पिता से नाराज़ होकर घर छोड़कर सहेली के घर चली गई। पुलिस को जब सूचना मिली, तो उसकी लोकेशन ट्रेस कर जशपुर बस स्टैंड से बच्ची को बरामद किया गया। बच्ची पूरी तरह सुरक्षित थी। परिजनों ने बच्ची को गले लगाया तो पुलिस वालों की आंखों में भी नमी थी।
3. दो नाबालिगों की तलाश में धूल छानते फरसाबहार और आस्ता पहुंचे जवान
नारायणपुर थाना में दो अलग-अलग मामलों में दो नाबालिग लड़कियाँ — एक 17 वर्ष की और दूसरी 16 वर्ष की — लापता हुईं। टीमों ने स्थानीय मुखबिर तंत्र और सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक को फरसाबहार और दूसरी को आस्ता क्षेत्र से ढूंढ निकाला।
इन मामलों में समुदाय का सहयोग बेहद सराहनीय रहा, जिससे पुलिस को तेजी से कार्रवाई करने में मदद मिली।
4. पत्थलगांव की युवती को छत्तीसगढ़ के गौरेला से ढूंढ निकाला गया
पत्थलगांव थाना क्षेत्र से गायब हुई 19 वर्षीय युवती को पुलिस ने ग्राम छीता (थाना गौरेला) से ढूंढकर बरामद किया। युवती कुछ पारिवारिक विवादों के चलते रिश्तेदारों के घर गई थी। लेकिन जब उसकी कोई खबर नहीं मिली, तो परिवार और पुलिस दोनों चिंतित हो उठे। युवती की बरामदगी के बाद पूरे गांव में सुकून का माहौल देखा गया।
एसएसपी शशि मोहन सिंह बोले — ‘यह सिर्फ ऑपरेशन नहीं, भरोसे की बहाली है’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हमारी प्राथमिकता हर गुमशुदा बच्ची को उसके घर सकुशल पहुँचाना है। ‘ऑपरेशन मुस्कान’ सिर्फ एक नाम नहीं, यह हमारी जिम्मेदारी का नाम है। हमारी टीमें चौबीसों घंटे अलर्ट रहती हैं और हर गुमशुदगी को व्यक्तिगत स्तर पर लेती हैं। ये सफलताएँ सिर्फ रिकॉर्ड नहीं, हर बेटी की मुस्कान का प्रतीक हैं।”
पुलिस की मुहिम को मिल रही सराहना
जशपुर पुलिस की इस मुहिम की सराहना सोशल मीडिया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भी की जा रही है।
जनता का कहना है कि यह वो पुलिस है जिसे जनता देखना चाहती है — संवेदनशील, सक्रिय और सजग।
निष्कर्ष: मुस्कान लौटी है… और भरोसा भी!
“ऑपरेशन मुस्कान” सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा, यह अब उन परिवारों की उम्मीद बन चुका है जो अपनों की तलाश में हर दरवाज़ा खटखटाते हैं।
जशपुर पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि वर्दी सिर्फ कानून की नहीं, इंसानियत की भी पहचान हो सकती है।