ब्रेकिंग न्यूज:पटवारियों की करतूत आई सामने — किसानों से वसूली, दफ्तर से गायब! कलेक्टर ने किया सस्पेंड

— सुशासन तिहार में मुंगेली कलेक्टर की बड़ी कार्रवाई, दो पटवारी लाइन पार, दो नए अफसर तैनात
रायपुर/मुंगेली (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार में शासन-प्रशासन की कार्यशैली को कसौटी पर कसा जा रहा है, और इसी कड़ी में मुंगेली जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां दो पटवारियों की लापरवाही, रिश्वतखोरी और किसानों के साथ दुर्व्यवहार जैसे गंभीर आरोपों पर कलेक्टर राहुल देव कुमार ने सीधे निलंबन की गाज गिरा दी है।
गांव वालों की पुकार बनी अफसरों की तलवार!
लोरमी विकासखंड के ग्राम कलमीडीह (हल्का क्रमांक 03) की पटवारी मनीषा टंडन और ग्राम धोबघट्टी (हल्का क्रमांक 14) के पटवारी कृष्णा कुलमित्र के खिलाफ ग्रामीणों ने समाधान शिविर के दौरान खुलकर शिकायतें कीं।
शिकायतें मामूली नहीं थीं —
- किसानों से दुर्व्यवहार,
- काम के बदले पैसे लेने,
- और मुख्यालय से गायब रहने जैसे संगीन आरोप लगाए गए।
प्रशासन ने भी लिया त्वरित संज्ञान, और जांच के बाद कलेक्टर ने बिना देरी किए दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
सिर्फ निलंबन नहीं — नई व्यवस्था भी लागू!
कलेक्टर ने केवल दोषियों पर कार्रवाई ही नहीं की, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था को ठप न होने देने के लिए तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था भी की।
- ग्राम कलमीडीह का जिम्मा अब हल्का क्रमांक 08 की पटवारी सावित्री अंचल को सौंपा गया है।
- वहीं ग्राम धोबघट्टी का प्रभार हल्का क्रमांक 15 के पटवारी चंद्रभान पात्रे को मिला है।
कलेक्टर ने कहा — “जनता सर्वोपरि है”
कलेक्टर राहुल देव कुमार ने साफ कहा है,
“जनता की समस्याओं का त्वरित और ईमानदार समाधान शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें कोई भी कर्मचारी लापरवाही करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
क्यों अहम है ये कार्रवाई?
इस कार्रवाई ने न केवल प्रशासन में पारदर्शिता की एक मिसाल पेश की है, बल्कि उन किसानों और ग्रामीणों के मन में भी भरोसा जगाया है, जो वर्षों से सरकारी सिस्टम में खुद को अनसुना महसूस करते थे।
अब सवाल ये — क्या ऐसे और भी पटवारी हैं जो ‘सिस्टम’ की आड़ में मनमानी कर रहे हैं? क्या अगली बारी उनकी है?