CG: “हर नागरिक लगाए एक पेड़, छोड़े प्लास्टिक” – गरियाबंद में विश्व पर्यावरण दिवस पर गूंजा पर्यावरण संरक्षण का संदेश

जिला पंचायत परिसर में हुआ सैकड़ों पौधों का वृक्षारोपण, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने लिया संकल्प

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)।हर नागरिक लगाए एक पेड़ छोड़े प्लास्टिक” – विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गरियाबंद जिला पंचायत परिसर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु एक भव्य और प्रेरणादायक वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष अनिल चंद्रकार और जिला पंचायत उपाध्यक्ष लालिमा ठाकुर ने किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लेकर इस प्रयास को जनांदोलन का रूप दे दिया।
इस वर्ष की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं” (Beat Plastic Pollution) के तहत आयोजित यह कार्यक्रम न केवल एक स्थानीय जागरूकता अभियान रहा, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर पर्यावरणीय संकट के समाधान के लिए जनभागीदारी की अनूठी मिसाल भी बना।
वृक्षारोपण से शुरू हुआ नया संकल्प
कार्यक्रम की शुरुआत जिला पंचायत परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पौधारोपण से हुई। इस दौरान नीम, पीपल, बरगद, गुलमोहर और अशोक जैसे छायादार और औषधीय गुणों से भरपूर सैकड़ों पौधे लगाए गए। पौधों की रोपाई केवल औपचारिकता नहीं थी, बल्कि इन्हें पालने-पोसने और संरक्षित करने का संकल्प भी लिया गया।
भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल चंद्रकार का संदेश
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल चंद्रकार ने कहा,
“पर्यावरण केवल एक मुद्दा नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य का आधार है। हर नागरिक का यह दायित्व है कि वह एक पौधा जरूर लगाए और प्लास्टिक के उपयोग को त्यागे। यह केवल वृक्षारोपण नहीं, बल्कि एक नई चेतना की शुरुआत है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि एकल-उपयोग प्लास्टिक से न केवल भूमि और जल प्रदूषित हो रहे हैं, बल्कि इससे मानव स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। यदि समय रहते चेतना नहीं आई, तो आने वाली पीढ़ियों को गंभीर संकटों का सामना करना पड़ेगा।
लालिमा ठाकुर ने दिलाई जिम्मेदारी की शपथ
जिला पंचायत उपाध्यक्ष लालिमा ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा,
“आज हम जो पौधे लगा रहे हैं, वे कल को हमें शुद्ध हवा देंगे। हमें इन्हें संरक्षित करने की जिम्मेदारी खुद उठानी होगी। यदि हम रोजमर्रा की आदतों में थोड़ा बदलाव लाएं — जैसे कि कपड़े के थैले का इस्तेमाल, प्लास्टिक की बोतलों से परहेज़, और पुनर्चक्रण को बढ़ावा — तो यह पर्यावरण के लिए वरदान साबित होगा।”
उन्होंने सभी को पर्यावरण की रक्षा करने, प्लास्टिक के प्रयोग में कटौती करने और हर साल कम से कम एक पौधा लगाने की शपथ दिलाई।
जागरूकता सत्र और कार्यशालाएं
कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों पर आधारित कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं, जिसमें विशेषज्ञों ने बताया कि किस प्रकार प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग मिट्टी की उर्वरता को समाप्त कर रहा है, नदियों को प्रदूषित कर रहा है और जलचक्र को बाधित कर रहा है। प्रतिभागियों को प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाने के सुझाव भी दिए गए।
सामूहिक भागीदारी बनी सफलता की कुंजी
कार्यक्रम में जिले के अनेक जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति ने इस अभियान को मजबूत आधार दिया। कार्यक्रम में भाजपा मण्डल अध्यक्ष सुमित पारख, वरिष्ठ नेता बल्देव सिंह हुंदल, मुरलीधर सिन्हा, पालिका अध्यक्ष रिखी यादव, उपाध्यक्ष आसिफ मेमन, जनपद अध्यक्ष सोहन ध्रुव, जिला पंचायत सदस्य लेखराज ध्रुवा, धनराज विश्वकर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष पारस ठाकुर, आशीष शर्मा, सुरेंद्र सोनटेके, प्रकाश सोनी, आशीष तिवारी, वर्षा तिवारी, काजूराम चक्रधारी, लालसिंह दीवान, परमेश्वर सेन, रोशन पुरी गोस्वामी, एसडीएम ऋषा ठाकुर, जनपद सीईओ कुमार सिंह नागेश सहित अनेक अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
स्थानीय पहल, वैश्विक संदेश
यह आयोजन भले ही गरियाबंद जिले तक सीमित रहा हो, लेकिन इसका संदेश संपूर्ण मानवता के लिए था — “प्रकृति को बचाइए, तभी हम बचेंगे।” पौधे लगाना मात्र प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की ओर वास्तविक कदम है। इस दिन लिए गए संकल्पों को निभाया गया तो आने वाले वर्षों में गरियाबंद हरियाली की मिसाल बन सकता है।