CG BREKINGS: देवभोग में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर यातायात जागरूकता अभियान का जोरदार आगाज, पैदल रैली और वॉयस नोट के माध्यम से दी गई सुरक्षा की सीख

गरियाबंद/देवभोग (गंगा प्रकाश)। देवभोग में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इसके कारण रोजाना कई परिवारों के जीवन में अंधेरा छा जाता है। इसी गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक गरियाबंद के निर्देशानुसार आज देवभोग टाउन में एक विशेष यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत स्थानीय युवाओं ने एक पैदल रैली निकाली, जिसमें सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों का पालन और दुर्घटना मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए जोरदार संदेश पूरे जोश और उत्साह के साथ दिया गया।
स्थानीय युवाओं ने दिया जागरूकता का संदेश
प्रातःकाल से ही देवभोग टाउन की मुख्य सड़कों पर रैली के लिए युवाओं का जमावड़ा देखने को मिला। स्थानीय निवासियों ने भी इस जागरूकता अभियान का गर्मजोशी से स्वागत किया। युवा हाथों में स्लोगन के बोर्ड लिए हुए थे, जिन पर स्पष्ट लिखा था — “सड़क सुरक्षा जीवन सुरक्षा”, “सेफ्टी बेल्ट पहनें, जीवन बचाएं”, और “तेज गति नहीं, जिंदगी है अनमोल”। रैली के माध्यम से लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के प्रति जागरूक किया गया।

वॉयस नोट से संदेशों का सटीक और व्यापक प्रसार
इस रैली के दौरान एक विशेष सुविधा का भी उपयोग किया गया। एक वाहन में P.A. सिस्टम (पब्लिक एड्रेस सिस्टम) लगाया गया था, जिसके माध्यम से ट्रैफिक से जुड़े जागरूकता संदेश लगातार वॉयस नोट के रूप में जनता तक पहुंचाए गए। यह वाहन स्थानीय व्यापारी के सहयोग से उपलब्ध कराया गया था, जिसने इस पहल को अपना भरपूर समर्थन दिया। इस वॉयस नोट में यातायात नियमों का पालन करने के महत्त्व के साथ-साथ सड़क दुर्घटनाओं के भयावह परिणामों की जानकारी भी दी गई, जिससे लोगों में सुरक्षा के प्रति गंभीरता आई।
आगामी योजनाएं और व्यापक प्रभाव
पुलिस अधीक्षक ने इस पहल को एक प्रारंभिक कदम बताते हुए कहा कि आगामी दिनों में यह वाहन और जागरूकता अभियान क्षेत्र के बड़े साप्ताहिक बाजारों और कस्बों तक पहुंचेगा। इसका उद्देश्य सिर्फ नगर के केंद्र तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे जिले में सड़क सुरक्षा का सन्देश फैलाना है। ऐसे आयोजन से न केवल आम जनता की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों में भी भय व्याप्त होगा।
सड़क सुरक्षा: एक सामाजिक जिम्मेदारी
इस कार्यक्रम में शामिल युवाओं ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल पुलिस का काम नहीं है, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी कहा कि जागरूकता से ही हम अपने और दूसरों के जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं। सड़क दुर्घटना में अक्सर युवा और गरीब परिवारों के लोग ही अधिक प्रभावित होते हैं, इसलिए इनके प्रति हमारी संवेदनशीलता आवश्यक है।
स्थानीय व्यापारी की अहम भूमिका
इस पहल में स्थानीय व्यापारी का सहयोग भी सराहनीय रहा, जिन्होंने न केवल वाहन और P.A. सिस्टम उपलब्ध कराए, बल्कि इस सामाजिक संदेश को आगे बढ़ाने में भी मदद की। उनका कहना था कि व्यापारिक क्षेत्र की जिम्मेदारी है कि वह समाज के हित में ऐसे प्रयासों का समर्थन करे।
पुलिस की सतत पहल से उम्मीदें जगीं
पुलिस विभाग की इस पहल को देखकर क्षेत्र के नागरिकों में उत्साह और उम्मीद की नई किरण जग गई है। कई लोग यह भी मान रहे हैं कि यदि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम नियमित रूप से होते रहें, तो सड़क दुर्घटनाओं में निश्चित ही कमी आएगी। पुलिस अधीक्षक निखील राचेका lने भी अपने संबोधन में यह आश्वासन दिया कि सड़क सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेंगे और आने वाले समय में तकनीकी मदद के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
आज की इस पैदल रैली और वॉयस नोट आधारित जागरूकता अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब प्रशासन, स्थानीय व्यापारी और समाज के युवा मिलकर काम करते हैं, तो सकारात्मक परिवर्तन संभव है। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होकर हम न केवल अपनी जान बचा सकते हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सुरक्षित रख सकते हैं। देवभोग टाउन की यह पहल पूरे गरियाबंद जिले के लिए एक मिसाल साबित हो सकती है, जो भविष्य में अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी।