रायपुर। राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद सर्व समाज संगठनों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस घटना ने पूरे प्रदेश में लोगों की भावनाओं को आहत किया है। मंगलवार को अग्रसेन भवन, जवाहर नगर में सर्व अग्रवाल समाज रायपुर की ओर से एक सर्व समाज बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
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घटना की निंदा, दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
बैठक में शामिल सभी समाज प्रतिनिधियों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की और इसे छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर हमला बताया। वक्ताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी प्रदेश की संस्कृति, मातृभूमि और गौरव की प्रतीक हैं। मूर्ति तोड़े जाने की यह घटना अत्यंत पीड़ादायक और असहनीय है। समाज ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
6 नवंबर को धरना प्रदर्शन की घोषणा
बैठक में निर्णय लिया गया कि 6 नवंबर को रायपुर में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान सर्व समाज के लोग एकजुट होकर सरकार से न्याय की मांग करेंगे। समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि यदि प्रशासन ने दोषियों पर कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा।
सामाजिक एकता का प्रदर्शन
बैठक में अग्रवाल समाज के अलावा कुर्मी, यादव, राजपूत, सतनामी, तेली, साहू, सोनार और अन्य समाजों के प्रतिनिधि मौजूद थे। सभी ने एकमत होकर कहा कि यह मुद्दा किसी एक समाज का नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की अस्मिता का है।
समाज नेताओं के बयान
अग्रसेन भवन में हुई बैठक के दौरान कई समाज नेताओं ने कहा कि “छत्तीसगढ़ महतारी हमारी पहचान हैं। जो लोग इस प्रकार की घटनाएं करते हैं, वे समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ तुरंत सख्त कदम उठाए।”
प्रशासन से अपील
सर्व समाज ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।



