कोयला कर्मियों के बोनस पर 28 को लग जाएगी मुहर

1 अक्टूबर से पहले खातों में पहुंच जाएगी राशि

कोरबा (गंगा प्रकाश)। कोयला कर्मियों के बोनस को लेकर 28 सितंबर को रांची में बैठक होने वाली है। बैठक में बोनस की राशि पर मुहर लग जाएगी। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में ही दुर्गा पूजा है। साथ ही गांधी जयंती भी है। इसको लेकर एक अक्?टूबर के बाद से ही बैंकों में छुट्टी हो जाएगी। कोयला कर्मियों को वेतन व बोनस समय पर मिले, इसको लेकर कंपनी ने तैयारी शुरू कर दी है।

कोलकर्मियों के बोनस (परफार्मेंस लिंक रिवार्ड) को लेकर 28 सितंबर को रांची के सीएमपीडीआइ हॉल में बैठक होनी है। कोल कर्मियों को बोनस का भुगतान साल भर की उपस्थिति के आधार पर किया जाएगा। बोनस की राशि पर समझौता होते ही कर्मियों के अकाउंट में राशि फीड कर भुगतान की प्रक्रिया जल्द पूरी हो, इस पर प्रबंधन काम कर रहा है। एसईसीएल प्रबंधन ने इस संबंध में सभी एरिया को पत्र भी जारी कर दिया है। वहीं  प्रबंधन ने तैयारी कर ली है। बैठक में विशेष रूप से कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल को आमंत्रित किया गया है। वह कोल इंडिया निदेशक वित्त के चार्ज में भी हैं। बैठक में कोल इंडिया के डीपी विनय रंजन, बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता, सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद, ईसीएल सीएमडी ए पांडा, कोल इंडिया के कार्यकारी निदेशक वित्त सुनील मेहता व यूनियन की ओर से बीएमएस से सुधीर घुर्डे, जय नाथ चौबे, एमएमएस से नाथू लाल पांडेय, शिव नाथ पांडेय, एटक से रमेंद्र कुमार और सीटू से डीडी रामानंदन भी शामिल होंगे।

पिछली बार 72 हजार पांच सौ रुपये मिला था बोनस

कोल इंडिया से कोलकर्मियों को इस बार 85 हजार रुपये से भी अधिक बोनस दिलाने के लिए ट्रेड यूनियनें दबाव बनाएंगी। हालांकि पिछले वर्षों में दिए गए बोनस को देखें तो इस बार 76 हजार से 77 हजार 500 रुपये बोनस कोल इंडिया के कर्मियों को मिलने के आसार हैं। गौरतलब है कि पिछले साल कोयला कामगारों को 72 हजार पांच सौ रुपये बोनस के रूप में दिए गए थे। यूनियनों का कहना है कि कोल इंडिया इस साल मुनाफे में है। इस कारण अधिक बोनस का दबाव कंपनी पर है।

इस बार निर्णय लेने में हुई देरी

पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बोनस पर निर्णय लेने में देरी हुई है। 2021 में चार अक्टूबर को बोनस पर फैसला हुआ था। पूजा (षष्ठी से दशमी) 11 से 15 अक्टूबर तक थी। तीन दिन पहले कोयला कर्मियों के खाते में राशि आई थी। इसी तरह 2020 में 15 अक्टूबर को फैसला हुआ था। पूजा 22 से 25 अक्टूबर तक थी। चार दिन पहले राशि कोयला कर्मियों के खाते में आई थी। इस वर्ष दो अक्टूबर को ही षष्ठी की पूजा से छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। इसलिए 28 सितंबर को हर हाल में बोनस पर प्रबंधन को निर्णय लेना होगा।

एक लाख तक बोनस की मांग

कंपनी उत्पादन और राजस्व दोनों ही मामले में ग्रोथ में है। बैठक में सम्मिलित होने वाले चारों यूनियन एचएमएस, बीएमएस, सीटू, एटक के प्रतिनिधियों पर निर्भर करेगा कि कामगारों को कितनी बढ़ोतरी के साथ बोनस दिला पाते हैं।एचएमएच के नाथूलाल पांडेय ने पहले ही एक लाख रुपए बोनस की डिमांड कर रखी है। बीएमएस की ओर से भी एक लाख रुपए से अधिक बोनस दिए जाने की बात कही गई है। सीटू नेता और मानकीकरण कमेटी के सदस्य डीडी रामनंदन ने कहा बोनस तो एक लाख रुपए से अधिक मिलना चाहिए।

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