
गरियाबंद/फिंगेश्वर(गंगा प्रकाश)। विश्व तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत अपने विचार व्यक्त करते हुए पूरन लाल साहू प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिजली ने कहा कि तम्बाकू के सेवन से मुँह में कैंसर और फेफड़ों के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है.धूम्रपान की सेवन से खून में निकोटिन की मात्रा बढ़ जाती है जिससे आंखों का लाल होना,धुंधला दिखाई देना,आंखों की रोशनी कम हो जाती है.सिगरेट पीने से स्वास्थ्य का खतरा बढ़ जाता है.धूम्रपान से कैंसर, हृदय रोग,फेफड़ों के रोग आदि होती है.उन्होंने आगे बताया कि जो लोग धूम्रपान नहीं करते हैं लेकिन धूम्रपान करने वालों के संपर्क में आने से उनको भी गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है.जिससे वे अक्सर,अस्थमा,ब्रोंकाइटिस.निमोनिया की बीमारी से ग्रसित होते हैं. नशा करने वाला व्यक्ति सोचने व समझने की शक्ति को खो देता है. उन्होंने आगे कहा कि तम्बाकू इंसान को अंदर से खोखला कर देता है.नशा नाश की जड़ है. तम्बाकू की सेवन से शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक शक्ति का विघटन हो जाता है.धूम्रपान से श्वसन में कमी,खांसी और कफ से संबंधी समस्या होती है.अतः हमें तम्बाकू एवं नशापान से दूर रहना चाहिए.