फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। खनिज विभाग द्वारा दिपावली पूर्व की गई कार्यवाही के बाद कुछ दिनों तक बंद अवैध रेत खदान में फिर धड़ल्ले से उत्खनन एवं परिवहन शुरू हो गया है। रेत माफियाओं को प्रशासन की छोटी-मोटी एवं कभी कभार की जाने वाले कार्यवाही से सम्भवतः कोई खास फर्क नहीं पड़ता है। यही कारण है कि कार्यवाही होने के कुछ दिनों बाद वही पुराना ठर्रा चालू हो जाता है और बेखौफ उत्खनन कर लाखों रूपयों की कर चोरी का यह सिलसिला चलता रहता है। कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशन में मंगलवार को खनिज विभाग द्वारा फिंगेश्वर विकासखंड की अस्वीकृत कुरूसकेरा रेत खदान से रेत भरी 3 हाईवा को परिवहन करते हुए जब्त किया। बताया जाता है कि इन दिनों कुरूसकेरा सहित विकासखंड के अन्य कुछ रेत खदानों में कार्यवाही होने के अंदेशा के चलते यदा-कदा अवैध उत्खनन एवं परिवहन प्रारंभ रहता है। खनिज विभाग का कहना रहता है कि हम शिकायत मिलने पर कार्यवाही करते है। रात-दिन 24 घंटे एक एक खदानों से सैकड़ों की संख्या में हाईवा गाड़ी नदियों के बीच चैन माऊंटिंग से भरी एवं धड़ल्ले से परिवहन होती है। जिससे शासकीय राजस्व की लाखों की क्षति के साथ नदियों में अनाप शनाप कटाव, पर्यावरण का नुकसान के साथ साथ गांवों में प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री सड़क योजना अन्तर्गत बनी सड़के तेजी से टूटकर बिखर जाती है और ग्रामीणों का आवागमन दूभर हो जाता है। इसके बाद भी विभागीय अथवा प्रशासनिक स्तर पर कार्यवाही न कर शिकायत के इंतजार की आड़ में भ्रश्टाचार की राह पर यह गोरख धंधा दिन दूना रात चौगुना की दर से बढ़ता ही जा रहा है। फिंगेश्वर विकासखंड की परसदाजोशी रेत खदान में मात्र कुछ दिनों की अवैध उत्खनन एवं परिवहन में की गई कार्यवाही में 4 करोड़ 25 हजार का जुर्माना इस ओर इंगित करता है कि फिंगेश्वर विकासखंड की 10-12 रेत खदान जिसमें एक भी खदान प्रशासन द्वारा स्वीकृत नहीं है उसमें कैसे करोड़ो रूपयों की प्रत्यक्ष भ्रश्टाचार नहीं हो रहा होगा। प्रशासन के साथ साथ जवाबदार जनप्रतिनिधियों को भी इस भयानक रूप से खुलेआम किए जा रहे अवैध उगाही पर तत्काल हस्तक्षेप कर सख्त कार्यवाही करने का निर्देश देना चाहिए। अंचल की रेत खदानों में मनमाने स्तर पर की जा रही अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन का यह हाल है कि खदानों में नदी के बीच पानी के अंदर से चैन माऊंटिंग मशीन लगाकर रेत निकाली एवं धड़ल्ले से परिवहन की जा रही है। मंगलवार को कुरूसकेरा खदान से रेत भरकर आ रही हाईवा वाहन जब पकड़ी गई तो हाईवा के चारों ओर से पानी की धार रोड पर गिर रही थी। नदी के बीच पानी से रेत निकालने का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है। ऐसे उत्खनन पर तो काफी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। जिला प्रशासन एवं विभागीय अधिकारियों का ध्यान इस बड़ी अनियमितता की ओर अपेक्षित है। जब्त की गई तीनों हाईवा को राजिम थाना में खड़ा कर दिया गया है।
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