CGNEWS: सुरसाबांधा में आज लगेगा बड़ा समस्या निवारण शिविर, 15 ग्राम पंचायतों की समस्याओं का होगा एक ही दिन में समाधान

फिंगेश्वर/गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। फिंगेश्वर विकासखंड अंतर्गत सुरसाबांधा ग्राम पंचायत में आज मंगलवार को एक बड़े समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें विकासखंड की 15 ग्राम पंचायतों के सैकड़ों ग्रामीण भाग लेंगे। यह शिविर विकासखंड स्तर पर आयोजित किए जा रहे समाधान शिविरों की श्रृंखला का तीसरा चरण है। आयोजन को लेकर प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सक्रिय है और सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं।
इस शिविर का उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की पहुंच को मजबूत बनाना, लोगों की समस्याओं को मौके पर ही सुनकर उनका यथासंभव निराकरण करना तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाना।
शिविर में शामिल पंचायतें और आवेदन
इस शिविर में जिन पंचायतों को शामिल किया गया है, उनमें लोहरसी, भेण्ड्री, रवेली, सहसपुर, धुरसा, तर्रा, कुरूसकेरा, सुरसाबांधा, कुण्डेल, बरोण्डा, सिंधौरी, चौबेबांधा, श्यामनगर, लफंदी एवं परतेवा शामिल हैं। इन पंचायतों में पिछले सप्ताहों में अलग-अलग स्थानों पर समाधान शिविर लगाए गए थे, जिनमें ग्रामीणों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए थे।
अब इन सभी आवेदनों का निराकरण आज सुरसाबांधा में आयोजित हो रहे शिविर में किया जाएगा। इसके साथ ही यदि किसी ग्रामीण की समस्या पहले दर्ज नहीं हो सकी है, तो वे आज शिविर स्थल पर अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण शिविर में गरियाबंद जिले के कलेक्टर, स्थानीय विधायक, जनपद पंचायत फिंगेश्वर की अध्यक्ष श्रीमती इन्द्राणी नेहरू साहू, उपाध्यक्ष सतीश यादव सहित विकासखंड एवं जिला स्तर के सभी विभागीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। ये अधिकारी आमजन से सीधे संवाद स्थापित करेंगे और विभिन्न मामलों में त्वरित निर्णय भी लेंगे।
जिला प्रशासन की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि किसी भी आवेदन को अनदेखा नहीं किया जाएगा। जिन मामलों का समाधान मौके पर संभव नहीं होगा, उन्हें गंभीरता से लेते हुए तय समयसीमा में हल किया जाएगा।
ग्रामीणों की उम्मीदें और तैयारियाँ
ग्राम सुरसाबांधा और आस-पास के गाँवों में इस शिविर को लेकर काफी उत्साह है। ग्रामीणों का मानना है कि शासन का यह प्रयास उनके लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। खासकर बुजुर्ग, महिलाएं, किसान और मजदूर वर्ग के लोग ऐसे शिविरों से सीधे लाभांवित होते हैं।
लोहरसी की एक महिला किसान ने बताया कि उनके खेत का सीमांकन पिछले कई महीनों से अटका हुआ है, और वे आज इस शिविर में जाकर राजस्व विभाग के अधिकारियों से सीधी बात करना चाहती हैं।
वहीं, भेण्ड्री के एक युवक ने बताया कि उसने रोजगार गारंटी योजना के तहत काम किया था लेकिन भुगतान नहीं मिला, और आज वह अपनी शिकायत लेकर श्रम विभाग से मिलने आएगा।
शासन की योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी होगा
शिविर स्थल पर शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए अलग-अलग स्टॉल लगाए जाएंगे। इनमें महिला एवं बाल विकास, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पशुपालन, खाद्य सुरक्षा, विद्युत और पेयजल जैसे विभागों की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
ग्रामीणों को योजनाओं की पात्रता, आवेदन की प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज और लाभ की जानकारी पंपलेट, पोस्टर और अधिकारियों की सहायता से दी जाएगी। साथ ही महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
फील्ड से फीडबैक भी होगा एकत्र
इस शिविर के माध्यम से प्रशासन को जमीनी स्तर पर काम कर रहे विभागों की स्थिति का भी आकलन करने का अवसर मिलेगा। अधिकारी न केवल समस्याएं सुलझाएंगे, बल्कि ग्रामीणों से फीडबैक भी प्राप्त करेंगे कि क्या योजनाओं का लाभ उन तक ठीक से पहुँच रहा है या नहीं।
जनप्रतिनिधियों की अपील
जनपद अध्यक्ष श्रीमती इन्द्राणी नेहरू साहू और उपाध्यक्ष सतीश यादव ने आम जनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शिविर में पहुंचे, अपनी समस्याएं खुलकर रखें और प्रशासन से सहयोग प्राप्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि शासन की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैठे अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचे, और इस शिविर के माध्यम से यह संकल्प साकार होता नजर आएगा।
निष्कर्ष
आज का दिन फिंगेश्वर विकासखंड के लिए विशेष महत्व रखता है। सुरसाबांधा में आयोजित हो रहा यह समस्या निवारण शिविर शासन, प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम बन रहा है। इससे न केवल ग्रामीणों को राहत मिलेगी, बल्कि शासन को भी नीतियों की दिशा और कार्यप्रणाली को परखने का अवसर मिलेगा। यदि ऐसे शिविर नियमित रूप से आयोजित होते रहें, तो निश्चित ही “गांव के द्वार पर सरकार” की भावना साकार होती रहेगी।