गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ…कृपा करो हे जगन्नाथ…बोल कालिया धीरे धीरे जैसे-जैसे रथ आगे बढ़े, दुनिया का भय व दरिद्र घटे…ऐसे ही उत्साहित […]