CG: “शिक्षा से ही समाज और व्यक्ति का उत्थान संभव है” – लालिमा ठाकुर

मालगांव शाला प्रवेश उत्सव

CG: “शिक्षा से ही समाज और व्यक्ति का उत्थान संभव है” – लालिमा ठाकुर

 

मालगांव स्कूल में शाला प्रवेश उत्सव, नवप्रवेशी बच्चों का पारंपरिक स्वागत – बच्चों को किताबें, गणवेश और साइकिलें वितरित

मालगांव शाला प्रवेश उत्सव

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। “शिक्षा ही समाज और व्यक्ति के विकास की असली ताक़त है। अगर हम चाहते हैं कि हमारे गाँव, जिला और प्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़े, तो बच्चों को अच्छी शिक्षा देना ही सबसे बड़ा पुण्य है।”

यह संदेश था जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती लालिमा पारस ठाकुर का, जो आज विकासखंड गरियाबंद के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मालगांव में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।

कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् गान और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में लालिमा ठाकुर, अध्यक्षता कर रहे जनपद सदस्य भीम निषाद, सरपंच लखेंद्र ध्रुव, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य फारूख चौधरी, शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष विजय कुमार टांक तथा अन्य अतिथियों का पारंपरिक तिलक और पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।

इस अवसर पर लालिमा ठाकुर ने कहा –

“आज का दिन सिर्फ़ बच्चों के स्कूल में आने का नहीं, बल्कि उनके जीवन में नई दिशा के आरंभ का दिन है। छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के नेतृत्व में यह सुनिश्चित कर रही है कि शिक्षा से कोई बच्चा वंचित न रहे। पाठ्यपुस्तक, यूनिफॉर्म, मध्याह्न भोजन, साइकिल वितरण – ये सभी योजनाएं बच्चों की शिक्षा यात्रा को आसान बना रही हैं।”

उन्होंने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि बच्चों को डांटने के बजाय उन्हें समझाएं, प्रेरित करें, ताकि वे स्कूल आना अपना कर्तव्य नहीं बल्कि सपना समझें।

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नवप्रवेशी विद्यार्थियों का पारंपरिक स्वागत

कार्यक्रम का सबसे आकर्षक हिस्सा था नवप्रवेशी बच्चों का पारंपरिक स्वागत। छोटे-छोटे बच्चे तिलक लगवाकर, आरती के साथ जब मंच पर पहुंचे तो पूरा प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। बच्चों को नई किताबें, गणवेश और साइकिल वितरित की गईं। कई बच्चियां अपनी गुलाबी साइकिल पाकर खुशी से झूम उठीं। विद्यालय प्रबंधन ने बताया कि शाला प्रवेश उत्सव का मुख्य उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास जगाना, विद्यालय के प्रति आकर्षण पैदा करना और पढ़ाई को बोझ नहीं बल्कि आनंद का माध्यम बनाना है।

नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत

“बच्चे देश का भविष्य हैं” – भीम निषाद

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनपद सदस्य भीम निषाद ने कहा –

 “यहाँ बैठे हर बच्चे में छत्तीसगढ़ का भविष्य दिखता है। कोई डॉक्टर बनेगा, कोई कलेक्टर, कोई इंजीनियर, कोई शिक्षक। हमारी जिम्मेदारी है कि इनकी राह को रोशन करें।”

 

शिक्षकों और पालकों में उत्साह

कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकों, विशेषकर प्रधानाध्यापक, कक्षा शिक्षक और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने भी नवप्रवेशी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। पालकों ने कहा कि ऐसी व्यवस्था से बच्चे स्कूल जाने के लिए उत्सुक होते हैं। विशेष रूप से माताओं ने सरकार की साइकिल योजना और यूनिफॉर्म वितरण का धन्यवाद किया।

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जनप्रतिनिधियों ने रखा अपना पक्ष

इस अवसर पर उपस्थित प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य फारूख चौधरी ने कहा –

“सरकार की योजनाओं का लाभ तभी सार्थक होगा जब पालक भी बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। बच्चों की सफलता सिर्फ स्कूल या सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, यह समाज की साझी जिम्मेदारी है।”

शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष विजय कुमार टांक ने कहा कि समिति हर संभव प्रयास करेगी ताकि विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई हो और बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी मार्गदर्शन दिया जा सके।

मालगांव शाला प्रवेश उत्सव

गाँव के गणमान्य नागरिक रहे मौजूद

इस आयोजन में लखेंद्र ध्रुव (सरपंच ग्राम पंचायत मालगांव), नरसिंह निषाद (ग्राम पटेल), सालिक राम निषाद, हेमसिंह सिन्हा (उपाध्यक्ष ग्राम समिति), शिवदयाल निषाद, झनक सिन्हा, शुद्धु राम निषाद, हेमलाल निषाद, नाथु राम ध्रुव बी समेत ग्राम पंचायत मालगांव के समस्त पंचगण, पालकगण और ग्रामीणजन भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन गाँव में सकारात्मक माहौल बनाते हैं।

 

शिक्षा उत्सव के बहाने एकजुटता का संदेश

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन और अतिथियों ने पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। बच्चों ने भी शपथ ली कि वे स्कूल आएंगे, पढ़ाई करेंगे और स्वच्छता व अनुशासन का पालन करेंगे।

इस प्रकार शाला प्रवेश उत्सव न सिर्फ एक शैक्षिक कार्यक्रम बल्कि पूरे गांव के लिए प्रेरणा और एकजुटता का उत्सव बन गया।

नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत

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