
सुमन साह
कांकेर (गंगा प्रकाश)। कांकेर जिले का परलकोट क्षेत्र, जहाँ से लगभग हर साल विद्यार्थी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक बोर्ड परीक्षा में टॉप करते हैं एवं मेरिट लिस्ट में जगह बनाते हैं। लेकिन यह सब 2-4 दिनों में नहीं होता। इसके पीछे विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की कई सालों की मेहनत होती है। बच्चों के पढ़ाई की नींव प्राथमिक शालाओं में बनती है, जहाँ से होकर विद्यार्थि आगे बढ़ने का रास्ता तय करते हैं। वहीँ कांकेर जिले के देवदा गाँव का प्राथमिक शाला सभी के लिए एक आदर्श मिसाल है। क्युकी यहाँ बच्चों के सम्पूर्ण विकास पर ध्यान दिया जाता है। जब गंगा प्रकाश की टीम देवदा प्राथमिक शाला पहुंची तो शिक्षिका बबिता रॉय कक्षा सम्पूर्ण करने के बाद बच्चों को ग्राउंड में खेल कूद करवा रहे थे। जब बच्चों से पढ़ाई के बारे में पूछा गया तो बच्चों ने कहा की यहाँ टीचर्स बहोत अच्छे हैं एवं एक बार में अगर किसी विद्यार्थी को समझ नहीं आता है तो टीचर्स द्वारा दोबारा प्यार से समझाया जाता है। मिड डे मील के बारे में बच्चों ने कहा की खाने का विशेष ध्यान रखा जाता है एवं रोज तरह तरह के अलग अलग प्रकार का खाना दिया जाता है। शिक्षिका बबिता रॉय ने बताया की अगर प्राथमिक शुरुवाती कक्षाओं में बच्चों को ठीक से नहीं पढ़ाया जाता तो उनके भविष्य की पढ़ाई पर बहोत बुरा असर पड़ता है क्युकी पढ़ाई की नींव प्राथमिक शाला में बनती है, इसलिए यह बेहद जरूरी होता है की बच्चों को अच्छे से पढ़ाया जाए एवं उनके मन से हर एक संकोच को दूर किया जाए जिससे की बच्चों को समझ ना आने पर वे बेझिझक दोबारा शिक्षक से पूछकर समझें एवं पढ़ाई में कोई भी डाउट को दूर करें। बबिता रॉय ने कहा की बच्चों की यह उम्र सीखने के लिए बहोत जरूरी होता है, इसलिए उनके पौष्टिक भोजन का विशेष ध्यान रखा जाता है जिससे बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास अच्छे से हो पाए। साथ ही प्रधान अध्यापक ने गंगा प्रकाश की टीम का स्वागत किया एवं उन्होंने कहा की बच्चे ही देश का भविष्य हैं, इसलिए हर प्रकार से शाला में यह ध्यान रखा जाता है की बच्चों को किसी भी तरह की असुविधा ना हो।