सरस्वती शिशु मंदिर की आचार्य और दीदीयों की प्रतिभा निखारने प्रशिक्षण दिया गया

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। सरस्वती शिशु मंदिर फिंगेश्वर के विभाग समन्वयक मानिकलाल साहू ने बताया कि भलेसर मार्ग पर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित पंद्रह दिवसीय प्रांतीय आचार्य सामान्य प्रशिक्षण वर्ग का उदघाटन सत्र हुआ। इस अवसर पर वर्ग की प्रस्तावना रखते हुए गौरीशंकर कटकवार ने कहा कि इस प्रशिक्षण से आचार्य/दीदीयों के अंदर छुपी हुई प्रतिभा को सामने लाया जाएगा। वर्ग का प्रमुख उद्देश्य आचार्य-दीदीयों में कौशलात्मक विकास, ज्ञानात्मक विकास, प्रेरणात्मक विकास के साथ साथ चारित्रिक विकास करना है। मुख्य अतिथि विधायक व सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के पूर्व छात्र योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा जो भैया-बहन सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़कर निकलते है, वे हमेशा अपने क्षेत्र, प्रदेश और देश के बारे में सोचते है। मुख्य वक्ता डॉ. देवनारायण साहू (संगठन मंत्री सरस्वती शिक्षा संस्थान) ने कहा कि हमारे देश को आज विश्व गुरू के रूप में पहचान मिल गई है। हमारे देश में अनेक देवी-देवताओं ने जन्म लिया है। अगर इतिहास देखते है तो हमारा देश हर क्षेत्र में आगे रहा है, चाहे विज्ञान के क्षेत्र में हो, शिक्षा के क्षेत्र में हो या कला के क्षेत्र में हो। वर्तमान में भारत में चौदह हजार सरस्वती शिशु मंदिर स्थापित है। इस प्रशिक्षण वर्ग में प्रांत के 11 विभाग से 105 दीदी-आचार्य व 11 प्रशिक्षक उपस्थित हुए है। विशेष अतिथि कमल अग्रवाल प्रांतीय कोषाध्यक्ष, घनश्याम सोनी आदर्श शिक्षा मंदिर समिति के अध्यक्ष, भूपेन्द्र राठौर सचिव, राजेश लुनिया स्थायी सदस्य, महेश कक्कड़ कोषाध्यक्ष, दीपक सोनी, रामकुमार साहू वर्ग के मुख्य शिक्षक, प्राचार्य राजश्री ठाकुर, प्रधानाचार्य कृष्णा चंद्राकर उपस्थित थे। आभार व्यक्त भूपेन्द्र राठौर व संचालन मनोज साहू ने किया।

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