भाजपा ने सरकार बनते ही शराब में कमाई का रास्ता ढुंढ निकाला -कांग्रेस कार्यकर्ता

गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। शराब दुकानों के पास सर्वसुविधा युक्त आहता बनाकर शराबियों की तादाद बढ़ाने शराब पीने-पीलाने का वातावरण निर्मित करने के साथ शराबखोरी का आरोप लगाते हुए कांग्रेसी इसे भाजपा की दोमुंही की बात करना के आरोप के साथ शराब के नाम पर मनमाना राजस्व बटोरने की निंदा कर रहे है। पिछले 5 वर्ष शराबबंदी के नाम पर नौटंकी करने वाले भाजपा ने सरकार बनते ही शराब में अकूत कमाई का रास्ता ढुंढ निकाला है। पहले शराब के एक पव्वे से लेकर बोतम में 10 से 200 रू. तक की बढ़ोतरी कर 11 हजार करोड़ रू. कमाई का लक्ष्य रखा। शराब के दामों में वृद्धि कर छ.ग. वासियों के जेब में डाका डाला। अब शराब बेचने के साथ एसी, कुलर लगाकर आहता के माध्यम से पीने की सुविधा देकर लोगों को शराब की आदी बनाने पर तुली है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं हरिशंकर श्रीवास्तव, करीम खान, धनराज सूर्यवंशी, राजऋषि टंडन, तेजा सोनवानी, टिकेन्द्र साहू ने भाजपा सरकार द्वारा शराब दुकानों के पास चखना सेंटर खोले जाने की योजना की निंदा करते हुए कही। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि शराब दुकानों में आहता खोलने से इसका बुरा असर लोगों पर पड़ेगा। शराब के शौकीन जो लोग दुकान से सीमित मात्रा में शराब खरीद कर चले जाते थे, वे आहता में बैठकर असीमित शराब का सेवन करेंगे। जिसका प्रभाव उनके घर परिवार पर पड़ेगा। इसके अलावा छोटी छोटी बात पर मारपीट सहित अन्य गंभीर अपराध शराब दुकानों के आसपास ज्यादा होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में शराबियों की भीड़ आहता में रहेगी। जिससे विवाद, अपराधिक कृत्यों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। कांग्रेस शासनकाल में विपक्ष में रहते भाजपा ने शराबबंदी की मांग करने का जमकर नौटंकी की थी। भाजपा के तमाम छोटे बड़े नेता शराबबंदी की मांग का दिखावा कर रहे थे। लेकिन भाजपा वके शराब नीति, आहता नीति पर सभी मौन साधे बैठे है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि जुमलों की राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी कथनी और करनी में अंतर है तथा इन्हें प्रदेशवासियों से कोई सरोकार नहीं है उन्हें केवल अपनी जेबे भरना है। साथ ही आहतों के माध्यम से करोड़ो की हेराफेरी करने का प्लान तैयार किया गया है। यह सब भाजपा की सोची समझी चाल है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के इस चरित्र की जमकर आलोचना की।

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