
गरियाबंद/फिंगेश्वर (गंगा प्रकाश)। आज बुधवार को नवतपा के पांचवे दिवस सुबह से नौ बजे तक बदली के साथ ठंडी हवा चली। लगा कि आज गर्मी से राहत मिलेगी। किंतु 9 बजे बाद शनैः शनैः सूर्य देवता ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू किया फिर 11 बजे से तेज गर्मी शुरू हो गई। जो 12 बजे तक नवतपा का प्रचंड रूप दिखाने लगी। इस तरह नवतपा के 4 दिन और निकालना है। उसके बाद पंचक के 5 दिन भी गर्म रहेंगे। लोगों को मानसून आने के बाद 12-13 जून से ही राहत मिलने के आसार है। अभी नवतपा का प्रकोप शहर व क्षेत्र में पांचवे दिन बुधवार को भी जारी रहा जहां दोपहर को तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच घुमता रहा। फलस्वरूप तेज धूप की मार से लोग परेशान रहे। गर्म हवाओं के थपेड़ो के साथ लू चलने के कारण बाजार, बस व सरकारी, अर्द्धसरकारी कार्यालयों में आने जाने वालों को मुसीबतों से दो चार होना पड़ा। भीषण गर्मी के आगे टोपी, चश्मा, गमछा व स्कार्फ, छतरी-छाता भी वह राहत इंसानो को नहीं पहुंचा पाया जितना कि उसे मिटटी निर्मित सुराही, मटका, घड़ा के जल पीने से मिला। गर्मी से बचने राहगीर शरबत, जूस, आईसक्रीम, गन्ना रस, आम रस, दही, छाछ, लस्सी, बर्फ नींबू रस, जलजीरा, आम पना व मैगो शेक सहित अन्य पदार्थ पीते रहे जिसके कारण हाईट्रेटेड होते रहा वहीं शहर व ग्रामीण क्षेत्र में भीषण गर्मी के चपेट में आने से सैकड़ो लोग बीमार पड़ रहे है। शहर के निजी व सरकारी हॉस्पिटल में डिहाईड्रेशन, सिरदर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आने की शिकायत के साथ मरीज लगातार पहुंचते रहे यह सिलसिला देर रात तक हॉस्पिटलों में जारी रहा इस बीच निजी हॉस्पिटल में दर्जनो मरीज स्कीन इंफैक्शन, लू लगने टायफाईड व डायरिया के पीड़ित मरीज पहुंचते रहे शहर के अधिकांश डॉक्टरों का मत है कि भीषण गर्मी व लू से लोगों का बचना चाहिए खासकर हार्ट व किडनी के बीमारी से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत है क्योंकि इस श्रेणी के लोग बहुत जल्दी लू व हिट स्ट्रोक के चपेट में आ रहे है कुल मिलाकर क्षेत्र में बेतहाशा पड़ रही गर्मी से छोटे बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी परेशान है खासकर खुले स्थान, खुले प्रांगण में काम करने वालो की तो गर्मी ने हालात खराब कर दी है।