
बैंकों के एटीएम बगैर गार्ड के ही चल रहे
भागवत दीवान
कोरबा (गंगा प्रकाश)। शहर में एटीएम की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अधिकतर बैंकों के एटीएम बगैर सुरक्षा गार्ड के ही चल रहे हैं। गार्ड के नहीं होने का लाभ एटीएम से फ्रॉड करने वाले अपराधियों को मिल रहा है। पुलिस द्वारा बैंक प्रबंधन को सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश कई बार दिए जा चुके हैं । इसके बाद भी प्रबंधन एटीएम की सुरक्षा को लेकर तनिक भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है।
एटीएम में गार्ड का ना होना सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा करता है। गार्ड नहीं होने के कारण पूर्व में भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। एटीएम से रुपए निकालने वाले भी महफूज नहीं हैं। शहर में 25 से अधिक एटीएम सेंटर है। जिनमें प्रतिदिन एक करोड़ से भी अधिक का ट्रांजेक्शन होता है। त्यौहार के सीजन में घरों की साफ-सफाई, नए कपड़े, जेवर खरीदने ट्रांजेक्शन बढ़ जाता है। एटीएम में ग्राहकों की संख्या भी बढ़ी है, पर ज्यादातर बैंकों के एटीएम में सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। रात में भी यहां गार्ड की डयूटी नहीं लगाई जाती। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बैंक अपने कैश व उपभोक्ताओं की सुरक्षा के प्रति कितनी सजग हैं। एटीएम में रुपए डालते समय ही बैंक के अधिकारी सुरक्षा गार्डों के साथ पहुंचते है।
रात में ज्यादा खतरा
एटीएम में दिनभर ग्राहकों की आवाजाही होती है। इसलिए दिन के बजाए रात में गार्ड की आवश्यकता ज्यादा है मगर एटीएम की सुरक्षा रात में पुलिस गश्त के भरोसे छोड़ दी जाती है। सुरक्षा पर ज्यादातर बैंक प्रबंधनों का रवैया लचर है। दिन में तो कुछेक बैंकों में गार्ड नजर आते है, लेकिन रात में गार्ड तैनात नहीं होते।