छत्तीसगढ़ : गरियाबंद में समाधान शिविरों की व्यापक तैयारी, कलेक्टर बी.एस. उइके ने दिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश

गरियाबंद (गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित सुशासन तिहार के अंतर्गत गरियाबंद जिले में 5 मई 2025 से प्रारंभ हो रहे समाधान शिविरों की व्यापक तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। सोमवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की समीक्षा बैठक में कलेक्टर बी.एस. उइके ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिविरों में प्राप्त होने वाले आवेदनों का शत-प्रतिशत, त्वरित और संतोषजनक निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
समाधान शिविरों में जनहित प्राथमिकता पर
कलेक्टर श्री उइके ने कहा कि सुशासन तिहार का मूल उद्देश्य नागरिकों को उनके घर-आंगन में ही शासन की योजनाओं और सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराना है। समाधान शिविरों में आने वाले प्रत्येक आवेदन की गंभीरता से जांच कर उसका समयबद्ध निराकरण अनिवार्य रूप से किया जाए। उन्होंने कहा कि आवेदनों को पोर्टल पर भी दर्ज कर त्वरित फॉलोअप लिया जाए ताकि आवेदक को दोबारा चक्कर न लगाना पड़े।
शिविरों की तैयारी पर विशेष जोर
कलेक्टर ने शिविर स्थलों की भौतिक तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि:
- गर्मी को देखते हुए छायादार स्थानों पर ही शिविर आयोजित किए जाएं।
- शिविर स्थलों पर ठंडा पेयजल, प्रारूपित आवेदन पत्र, बैठने की पर्याप्त व्यवस्था और सूचना बोर्ड की व्यवस्था की जाए।
- प्रत्येक विभाग की अलग काउंटर व्यवस्था रहे ताकि आवेदकों को असुविधा न हो।
इस कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और जनपद पंचायत सीईओ को दी गई है।
महत्वपूर्ण विभागीय समीक्षा भी हुई
बैठक में राजस्व विभाग के प्रकरण जैसे नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन के प्रकरणों की समीक्षा की गई। साथ ही आगामी खरीफ सीजन के लिए खाद-बीज की उपलब्धता की जानकारी ली गई। इसके अतिरिक्त, कलेक्टर ने निम्न योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की:
- जल जीवन मिशन: ग्रामीण इलाकों में नल जल योजना की प्रगति।
- मनरेगा कार्य: मजदूरों को समय पर रोजगार और भुगतान।
- प्रधानमंत्री आवास योजना: लंबित स्वीकृतियों और निर्माण की स्थिति।
- प्रमाण पत्र वितरण: आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों का त्वरित वितरण।
बैठक में ये अधिकारी रहे उपस्थित
इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ जी.आर. मरकाम, अपर कलेक्टर अरविंद पांडेय, एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ, जिला अधिकारीगण सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से जन सहभागिता और पारदर्शिता को प्राथमिकता देने की बात कही।
निष्कर्ष:
गरियाबंद जिला प्रशासन समाधान शिविरों को सफल और जन-केंद्रित बनाने के लिए पूर्णतः तैयार है। कलेक्टर बी.एस. उइके की सक्रिय मॉनिटरिंग और स्पष्ट दिशा-निर्देशों से यह शिविर न सिर्फ जनसमस्याओं का समाधान बनेंगे, बल्कि आम नागरिकों में शासन के प्रति विश्वास भी मजबूत करेंगे।