
केवल बस्तर ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों मे भी मनाते हैं नवा तिहार सिर्फ नाम व मनाने का तरीका भिन्न भिन्न है – मोहन मरकाम
कोंडागांव (गंगा प्रकाश) – पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम 17 सितंबर को एक दिवसीय विधानसभा दौरे के बिच ग्राम पंचायत मोहलई पहुंच सरस्वती साईकिल योजना के तहत बालिकाओं को साईकिल वितरण किया वहीं अपने पुराने अंदाज मे बच्चों से सवाल जवाब भी किया सही जवाब देने वाले विद्यार्थियों को इनाम स्वरूप एक-एक डायरी भेंट की मूनगापदर मे सर्व आदिवासी समाज उपखण्ड मुनगापदर द्वारा आयोजित गाँयता जोहारनी कार्यक्रम मे शामिल हुए जहां पर समाजिकजनों ने कोया माला(महुआ फूल से बने माला)पहनाकर अथितियों का स्वागत किया कार्यक्रम मे समाजिकजनों द्वारा सामाजिक भवन की मांग किये जाने पर विधायक मोहन मरकाम ने त्वरित रूप से 7 लाख रुपए कि राशि भवन निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की। कोंडागांव ऑडिटोरियम मे आयोजित स्कील डेवलपमेंट कार्यक्रम मे उपस्थित युवा युवतियों को प्रशस्ती पत्र प्रदान किया कोंडागांव जनपद पंचायत परिसर मे 10 लाख की लागत से बन रहे भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया माकड़ी ब्लॉक के ग्राम मारागांव मे गाँयता जोहारनी कार्यक्रम मे शामिल होकर सामाजिक जनों से भेंट मुलाक़ात किया एवं उपस्थित जनों को सम्बोधित करते अपनी संस्कृति परम्परा को बनाये रखने की बात कही ग्राम पंचायत मसोरा मे अंदकुरी गांडा समाज द्वारा जिलास्तरीय नवाखाई मिलन समारोह आयोजित किया गया था जहां पर बतौर मुख्य अतिथि पीसीसी अध्यक्ष सह विधायक कोंडागांव मोहन मरकाम आमंत्रित थे अतिथियों को पहुंचे देख परम्परागत गांडा बाजा के धुन मे स्वागत करते कार्यक्रम स्थल की ओर लेकर आये जहां पर सामाजिकजनों ने समाज के इतिहास और कार्य को अपनी संस्कृति को सभा मे उपस्थित जनों के बिच बताया कि किस तरह हम आदिकाल से इस परम्परा को निभाते आ रहे हैं कार्यक्रम को सम्बोधित करते जिला पंचायत उपाध्यक्ष भगवती पटेल ने कहा कि बस्तर के सभी मूलनिवासी नवाखाई त्यौहार को धूमधाम से मनाते हैं बस्तर मे यह रिवाज़ प्राचीन समय से चलती आ रही है नवाखाई के बाद भेंट गाठ कार्यक्रम आयोजित होता आया है हमें इस रिवाज़ इस संस्कृति को जीवित रखने कि जरूरत है आज कि पीढ़ी को हमारे सामाजिक संस्कार संस्कृति को जानने समझने कि जरूरत है पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा आदिवासी से तात्पर्य है आदिकाल से निवासरत मुलजातियाँ हम बस्तरवासीयों को 12 भाई के नाम से जाना जाता रहा है यहाँ पर व्यवस्था के आधार पर कामों का बंटवारा हुआ था हम सभी एक हैं जैसे मरार को फूल और मौर बनाने का काम लोहार को शिल्पकारी का काम कलार को मंद बनाने का काम सौंपा था वैसे ही गांडा जाती का मुख्य कार्य बाजा बजाने का रहा है गांडा बाजा के बिना शादी ब्याह हो या कोई देवी पूजा या कोई भी शुभ कार्य शुरु नहीं हो सकता नवाखाई तिहार हमारी परम्परागत मनाये जाने वाला तिहार है हमें हमारे मूल संस्कृति को संजोये रखना है ऐसा कार्यक्रम सामाजिक स्तर पर होते रहना चाहिए नवा खाई तिहार केवल बस्तर छत्तीसगढ़ मे ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों मे भी मनाई जाती है केवल नाम व तरीका भिन्न भिन्न है केरल मे ओणम के रूप मे नये फ़सल का पूजा किया जाता है यानि वह भी नवा तिहार ही है। सामाजिकजनों कि भवन मांग पर मोहन मरकाम ने 7 लाख कि राशि से बनने जा रही सामुदायिक भवन का भूमिपूजन भी किया। कलेक्टर दीपक सोनी भी कार्यक्रम मे मौजूद रहे कहा छत्तीसगढ़ सरकार सभी जाती वर्ग समुदायों को लेकर चल रही है शासन कि योजनाओं को हर एक जन जन तक पहुंचाने मे जिला प्रशासन तत्पर है आपको कभी भी कोई बात रखनी हो जिला प्रशासन आपके साथ रहेगी कार्यक्रम से विदा लेते अतिथियों को बाजा के धुन मे थिरकने मजबूर कर दिए विधायक मोहन मरकाम कलेक्टर दीपक सोनी जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती भगवती पटेल एवं मौजूद सभी अतिथि रेला नाचते दिखे। सम्पूर्ण कार्यक्रम मे जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमुक लाल दिवान,विधायक प्रतिनिधि बुधराम नेताम, सांसद प्रतिनिधि द्वय कैलास पोयाम,दसरथ नेताम,शाकम्भरी बोर्ड सदस्य अनुराग पटेल,शहर कांग्रेस अध्यक्ष तरुण गोलछा, ब्लॉक अध्यक्ष भारत देवांगन,भंगी पटेल,सरपंच दिनेश मरकाम,उपसरपंच अनिल कोर्राम,नंदू पटेल,रितेश पटेल, नंदू दिवान, सर्वेश सेठिया, अभिलाषा पोयाम, प्रतीक्षा सुरजाल सहित क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि कार्यकर्ता ,सामाजिकजन एवं ग्रामीणजन मौजूद रहे।