
रायपुर (गंगा प्रकाश)।:- बच्चों की सेहत को दुरुस्त रखने के लिए प्रदेश भर में 1 सितंबर से पोषण माह चलाया जा रहा है। इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आंगनबाड़ी केंद्र में पोषण व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाईं जा रही है जिसमें लोगों को पोषक पदार्थों के महत्त्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में गुढ़ियारी सेक्टर की सुपरवाइजर रीता चौधरी ने बताया कि “पोषण माह के तहत गुढ़ियारी के आंगनबाड़ी केंद्र में रेडी टू ईट से बने पोषण व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई।जिसमें तरह तरह के व्यंजन सामग्री बनाकर बच्चों की माताओं को पोषक तत्वों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। पोषण प्रदर्शनी के दौरान लोगों को बताया जा रहा है कि किस तरह हम रेडी टू ईट फ़ूड से बच्चों के लिये रुचिकर व्यंजन बना सकते हैं। क्योंकि एक ही प्रकार का भोजन करने से बच्चों का मन भर जाता है। थोड़ा सा नया करने से बच्चों को अलग अलग प्रकार के व्यंजन बनाकर दिए जा सकते हैं।
आगे उन्होंने बताया कि“रेडी टू ईट से हलवा, बर्फी, रोटी एवं लड्डू भी बनाया जा सकता है। कार्यक्रम में केंद्र पर आयी 31 गर्भवती महिलाओं, 27 शिशुवती माताएं और हितग्राहियों को विस्तार से पोषण आहार के विषय में जानकारी दी गई। शिशुवती माताओं को बच्चे के लिए मां के दूध के महत्व के बारे भी में बताया गया। शिशुवती माताओं को विशेष रूप से यह भी जानकारी दी गयी कि मां के दूध से बच्चे को जो पौष्टिक आहार मिलते हैं, वह किसी भी भोजन में मौजूद नहीं होते हैं।
आंगनबाड़ी केंद्र पर आई हितग्राही सुनीता कहती है कि यहां से मिलने वाला रेडी टू ईट फ़ूड बच्चों को नियमित रूप से देने के लिए कहा जाता है। लेकिन आज आंगनबाड़ी में रेडी टू ईट से बनी सामग्री के बारे में जिस प्रकार जानकारी दी गई इससे निश्चित रूप से बच्चों के लिए रुचिकर व्यंजन बनाकर दिया जा सकता है और बच्चे बहुत चाव से खाएंगे।
यह बना व्यंजन
पोषण प्रदर्शनी के दौरान खुरमी,चीला, लड्डू और हलवा बनाया गया। जिसे बच्चों और बड़ों ने बड़े ही चाव खाया।
क्या सामग्री होती है रेडी टू ईट में
रेडी-टू-ईट फूड का पैकेट गर्भवती महिला, धात्री माता एवं 6 माह से लेकर 3 वर्ष तक के बच्चे एवं 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को दिया जाता है। एक महीने में दो बार इसका वितरण किया जाता है रेडी-टू-ईट फूड में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में होता है।