जानिए  भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुरामजी के बारे में,  जिन्होंने पिता  के आज्ञा पर माता को क्यों हत्या कर पुनर्जीवित किया – डा. बी. के. मल्लिक

भगवान परशुराम का जन्म भगवान विष्णु के दस पूर्ण अवतारों में से छठे अवतार के रूप में हुआ था। इस अवतार का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी […]

सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय है गणेशजी – अरविन्द तिवारी

आज गणेश चतुर्थी विशेष नई दिल्ली (गंगा प्रकाश)। गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है जो भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन यानि आज भारत के […]

प्रभु श्रीराम एवं अगस्त्य मुनि संवाद – पुरी शंकराचार्य

अरविन्द तिवारी  जगन्नाथपुरी (गंगा प्रकाश)। हिन्दुओं के सार्वभौम धर्मगुरु एवं हिन्दू राष्ट्र प्रणेता पूज्यपाद पुरी शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज श्रीराम एवं अगस्त्य मुनि के बीच […]

चुनावबाज राजा ने बनाया जी-20 को आत्म-प्रचार का तमाशा

आलेख : बादल सरोज मुहावरे जिस तरह बनते हैं, उस तर्ज पर यदि आने वाले दिनों में “मर्ज का हद से गुजरना है मोदी का […]

कुमारी देवी चौबे की जीवनी लेख

लिम्हा/मुंगेली- खेढहा (गंगा प्रकाश) के घर में दिनांक 1 जनवरी 1929को स्व० बैजनाथ प्रसाद मिश्रा एवं स्व ० श्रीमती रेवती देवी मिश्रा के सात संतानों […]

आत्मदेव अपरोक्ष होने के कारण है आनन्द स्वरूप – पुरी शंकराचार्य

अरविन्द तिवारी की कलम से  जगन्नाथपुरी – हिन्दुओं के सार्वभौम धर्मगुरु एवं हिन्दू राष्ट्र प्रणेता पूज्यपाद पुरी शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज कर्म के विभिन्न […]

हरेली तिहार से खेती-किसानी के साथ-साथ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की होगी शुरूआत

आलेख – धनंजय राठौर, छगन लोन्हारे रायपुर(गंगा प्रकाश)। छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार का विशेष महत्व है। हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार है। इस त्यौहार से […]

नये संसद भवन उदघाटन का विरोध क्यों ?

डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू, एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति विज्ञान, आईएसबीएम विवि छुरा, की कलम से लोकतंत्र की सबसे बड़ी खुबसूरती है कि इसके दो पक्ष होते […]

कर्नाटक: ख़बरदार! किसी ने इसे मोदी जी की हार कहा तो…!

आलेख : राजेंद्र शर्मा माना कि कर्नाटक में पब्लिक ने मोदी की ‘‘मन की बात’’ नहीं सुनी है। मोदी जी ने पूरे राज्य में घूम-घूमकर […]

दही के पाउच पर हिंदी में दही शब्द के प्रयोग का आदेश – गैर हिंदी भाषी राज्यों ने हिंदी थोपना बताया – आदेश वापस हुआ 

हिंदी दही ने बढ़ाई राजनीतिक खटास!  भारत की विशेषता विविधता में एकता है, इस संस्कृति से दूर होने के उपक्रम से बचना चाहिए – एडवोकेट […]