संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 26, 2022 0 गुणों में क्षोभ के अनन्तर रजोगुण के नियामक ब्रह्मा / सत्त्वगुण के नियामक विष्णु और तमोगुण के नियामक शिवरूप से एक ही सर्वेश्वर व्यक्त होते […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 25, 2022 0 सुषुप्ति की समुपलब्धि के लिये बाह्याभ्यन्तर द्रव्य / भोग और सुख से उपरामता अनिवार्य है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 24, 2022 0 भोग्य वस्तुरूप द्रव्य , द्रव्योपभोग , तजन्य सुख और अविद्या – काम – कर्म जीव के बन्धन में हेतु हैं।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 21, 2022 0 सनातन धर्मियों के यज्ञादि सब प्रकल्प सर्वहित की भावना से भावित होने के कारण लौकिक – पारलौकिक उत्कर्ष के ख्यापक हैं ; तद्वत् व्यवहार और […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 19, 2022 0 हितैषी / हितज्ञ / हित करने में तत्पर तथा समर्थ शूर / सुशील / ओजस्वी और अमोघदर्शी राजा को आदर्श माना गया है।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 17, 2022 0 हर देश में / हर काल में / हर परिस्थिति में / हर व्यक्ति के लिये जो सिद्धान्त उपयोगी हो उसी का नाम सनातन सिद्धान्त […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 16, 2022 0 भगवत् भक्त भगवान् को भोग लगाने के लिये भोजन बनाते हैं और भगवान् को भोग लगाकर भोजन करते हैं।
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 15, 2022 0 वैदिक संस्कारों से देह / इन्द्रिय / प्राण और अन्त:करण का शोधन होता है। लौकिक तथा पारलौकिक अभ्युदय सुलभ होता है तथा नि:श्रेयस रूप मोक्ष […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 12, 2022 0 धर्म अर्थ और काम का साधक तथा मोक्ष का ख्यापक है। अत: धर्मावलम्बन आवश्यक है। धर्म से अर्थ सुलभ होता है / धर्म से काम […]
संदेश पुरी शंकराचार्य प्रकाश कुमार यादव November 7, 2022 0 अनुमान सिद्ध अग्नि में अभिमत कार्यसिद्धि की शक्ति असम्भव है , अतः अनुमान सिद्ध ईश्वर का निराकरण अपेक्षित है।